लाभ – इस मन्त्र के जप से शत्रुओं से रक्षा, शत्रु विजय, सभी रोग के निवारण का फल प्राप्त होता है. प्रनवउं पवनकुमार खल बन पावक ग्यानधन। बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।। ॐ दक्षिणमुखाय पच्चमुख हनुमते करालबदनाय- मंत्र स्मरण के बाद श्री हनुमान की गुग्गल https://freekundli48024.theblogfairy.com/34572809/the-2-minute-rule-for-hanuman-mantra