ॐ गुरु जी कहे, चेला सुने, सुन के मन में गुने, नव ग्रहों का मंत्र, जपते पाप काटेंते, जीव मोक्ष पावंते, रिद्धि सिद्धि भंडार भरन्ते, ॐ आं चं मं बुं गुं शुं शं रां कें चैतन्य नव्ग्रहेभ्यो नमः जो जो हनुमंत धगधजित फलफलित आयुराष: खरूराह Bhairavi Sadhana is finished to https://baglamukhi53075.blogdiloz.com/34225150/considerations-to-know-about-vashikaran