काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी । पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥ शिव चालीसा का पाठ पूर्ण भक्ति भाव से करें। स्वामी एक है आस तुम्हारी । आय हरहु अब संकट भारी ॥ दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥ आप जलंधर असुर https://holdenbwgfs.blogzet.com/everything-about-shiv-chalisa-lyrics-in-english-44564378