शिवजी की पूजा मूर्ति तथा शिवलिंग दोनों रूपों में की जाती है शिव के गले में नाग देवता विराजमान करते हैं तथा उनके हाथों में डमरू और त्रिशूल होता है. जन्म जन्म के पाप नसावे । अन्तवास शिवपुर में पावे ॥ मैना मातु की ह्वै दुलारी। बाम अंग सोहत छवि https://kylerexvsf.blogdigy.com/the-ultimate-guide-to-shri-shiv-chalisa-lyrics-44437846